रायपुर/दुर्ग। दुर्ग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) द्वारा अछोटी में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि स्कूल शिक्षा, ग्रामोद्योग एवं विधि-विधायी मंत्री गजेन्द्र यादव ने कहा कि बदलते समय में सिर्फ डिग्री नहीं, बल्कि कौशल ही विद्यार्थियों को रोजगार से जोड़ने का सबसे मजबूत माध्यम है।
डाइट भवन में आयोजित कार्यशाला में मंत्री यादव ने शिक्षकों के साथ व्यवसायिक शिक्षा की चुनौतियों और संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति (NEP) छात्रों को प्रारंभिक स्तर से ही कौशल आधारित शिक्षा, प्रायोगिक अधिगम, डिजिटल साक्षरता और व्यवसायिक प्रशिक्षण से जोड़ने पर केंद्रित है। इससे युवाओं के लिए भविष्य में रोजगार के बेहतर अवसर तैयार होंगे।
मंत्री यादव ने कहा, “गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ कौशल उन्नयन समय की मांग है। पाठ्यक्रम में आधुनिक कौशल विकास को शामिल करने से विद्यार्थी न केवल आत्मनिर्भर बनेंगे, बल्कि उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप भी तैयार होंगे।”
कार्यशाला के दौरान विभिन्न सत्रों में शिक्षकों को कौशल आधारित शिक्षण मॉडल, प्रायोगिक पद्धतियों और रोजगारोन्मुखी शिक्षा के बारे में मार्गदर्शन दिया गया।
कार्यक्रम में प्राचार्य डाइट पी.सी. मर्कले, डॉ. शिशिरकला भट्टाचार्य, संध्या शर्मा, डॉ. नीलम दुबे, डॉ. वंदना सिंह, डॉ. एच.के. साहू सहित जिलेभर के शिक्षक उपस्थित रहे।














