श्याम नाम की मेंहदी से लेकर सवामणि तक, चार दिन तक खाटू नरेश की भक्ति का महोत्सव आरंभ
रायगढ़ में बाबा श्याम का 47वां भव्य महोत्सव
रायगढ़।
शीश के दानी बाबा श्याम के 47वें वार्षिक महोत्सव के लिए शहर का श्रीश्याम मंदिर रोशनी और सजावट से जगमगा उठा है।
चार दिवसीय इस भव्य आयोजन की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।
इस वर्ष मंदिर प्रांगण का नवनिर्माण और विस्तार किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को अधिक सुविधा मिल सके।
भक्तों का उमड़ा सैलाब
कलियुग के देव बाबा श्याम के प्रति समर्पित भाव से भक्त पिछले एक महीने से इस आयोजन की तैयारी में जुटे हैं।
श्याम प्रेमी और श्रीश्याम मंडल के अध्यक्ष बजरंग अग्रवाल ने बताया कि महोत्सव की शुरुआत 29 अक्टूबर को श्याम नाम की मेंहदी से होगी।
कार्यक्रम 31 अक्टूबर तक चलेगा।
अखंड ज्योति और भव्य निशान यात्रा
31 अक्टूबर को श्री श्याम अखंड ज्योति प्रज्वलित की जाएगी।
इसके अगले दिन 1 नवंबर (देव उठनी एकादशी) को गांधी गंज स्थित श्रीराम मंदिर से श्रीश्याम मंदिर तक हजारों भक्तों की भव्य निशान यात्रा निकलेगी।
शाम को श्याम बगीची में श्रद्धा और उल्लास से भरी संगीतमय भजन संध्या का आयोजन होगा।
सुरों से सजेगा श्याम दरबार
पहले दिन से ही दूर-दूर से भक्तों का आना शुरू हो गया है।
कोलकाता, खलीलाबाद और दिल्ली से आमंत्रित राष्ट्रीय स्तर के भजन कलाकार बाबा को अपने सुरों से रिझाएंगे।
मंदिर के गर्भगृह को विशेष कारीगरों द्वारा आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
हर दिन बाबा श्याम को नए स्वरूप में सजाया जाएगा, जिससे हर दिन का श्रृंगार अलग और मनमोहक होगा।
अंतिम दिन सवामणि और भजन संध्या
महोत्सव के अंतिम दिन 2 नवंबर को सुबह 10 बजे बाबा श्याम को सवामणि का भोग लगाया जाएगा।
रात्रि में एक और भजन संध्या आयोजित की जाएगी, जिसमें खंडवा और बीकानेर के प्रसिद्ध भजन गायक अपने सुरों से श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबो देंगे।
बाबा श्याम की महिमा और भक्तों का समर्पण
श्रीश्याम मंडल के अध्यक्ष बजरंग लेन्ध्रा के नेतृत्व में आयोजित धार्मिक आयोजन आज एक मिसाल बन चुके हैं।
उनकी अनन्य भक्ति और संगठन क्षमता के चलते श्याम महोत्सव ने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
बजरंग अग्रवाल ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया है कि वे अधिकाधिक संख्या में शामिल होकर बाबा श्याम की कृपा प्राप्त करें।














