अंबिकापुर । पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी जी की 108वीं जयंती के अवसर पर आज जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन में उन्हें याद किया गया। कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने कहा कि स्व. इंदिरा गांधी सही मायनों में एक साहसी और दूरदर्शी प्रधानमंत्री थीं। उन्होंने देश को परमाणु शक्ति सम्पन्न बनाया तथा पाकिस्तान के दो टुकड़े कर भारत की शक्ति और संकल्प को विश्व पटल पर स्थापित किया। उन्होंने कहा कि इंदिरा जी में इतना साहस था कि उन्होंने अमेरिका तक को कड़ा संदेश देते हुए पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाए। साथ ही सिक्किम का भारत में विलीनीकरण कर राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया।
सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष श्री जे. पी. श्रीवास्तव ने कहा कि स्व. इंदिरा गांधी जितनी धर्मनिरपेक्ष थीं, उतनी ही आस्था के साथ हिंदू धर्म के नियमों का पालन भी करती थीं। उन्होंने बताया कि 1977 तक प्रधानमंत्री रहते हुए वे प्रधानमंत्री आवास स्थित मंदिर में प्रतिदिन 108 फूलों से पूजा-अर्चना करती थीं। 1980 के लोकसभा चुनाव में विजय के बाद जब वे पुनः प्रधानमंत्री आवास में लौटीं, तो वहां स्थित मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया।
इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, मधु दीक्षित, इरफान सिद्दकी, संजीव मंदिलवार और रजनीश सिंह ने भी सभा को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन कांग्रेस सेवादल अध्यक्ष लोकेश कुमार ने किया।
इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से मो. इस्लाम, मदन जायसवाल, अनूप मेहता, अशफाक अली, जमील खान, नरेंद्र विश्वकर्मा, अमित तिवारी राजा, नितीश चौरसिया, सोहन जायसवाल, अमित सिन्हा, बिज्जू गुप्ता, हनुमान सिंह, ए. पी. सांडिल्य, लखन मरावी, अविनाश कुमार, उत्तम राजवाड़े, प्रभात रंजन सिन्हा, परवेज आलम गांधी, विकास शर्मा, मो. इमरान, सौरभ फिलिप, दिलीप धर, चंचला सांडिल्य, गीता रजक, मंजू सिंह, मिला तिर्की, अनुराधा सिंह, शालिनी अग्रवाल, संजर नवाज, अनिता रजक, अंकित जायसवाल, ऋषभ जायसवाल, वीरेन्द्र सिन्हा एवं केदार यादव शामिल थे।














