October 27, 2025 | महासमुंद न्यूज़
मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत महासमुंद जिले के पांचों विकासखंडों से कुल 323 श्रद्धालु आज 18 बसों में सवार होकर पवित्र तीर्थस्थलों — प्रयागराज, हनुमानगढ़ और काशी विश्वनाथ — के दर्शन हेतु रवाना हुए। यह पांच दिवसीय यात्रा 27 से 31 अक्टूबर 2025 तक आयोजित की गई है। यात्रा से पूर्व सभी श्रद्धालुओं का मेडिकल परीक्षण कराया गया।
इस अवसर पर महासमुंद विधायक श्री योगेश्वर राजू सिन्हा ने ध्वज दिखाकर श्रद्धालुओं को यात्रा के लिए रवाना किया और उन्हें फूल माला पहनाकर तथा तिलक लगाकर शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में नगर पालिका उपाध्यक्ष श्री देवी चंद राठी, श्री येतराम साहू, श्री पवन पटेल, श्री महेंद्र सिक्का, श्री राजू चंद्राकर, श्री माखन पटेल, श्री मीना वर्मा, श्री रिंकू चंद्राकर, श्री शरद मराठा, श्री राकेश चंद्राकर सहित जनप्रतिनिधि, समाज कल्याण विभाग, जनपद पंचायत एवं नगरीय निकायों के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
विधायक श्री सिन्हा का संबोधन
अपने संबोधन में श्री सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा शुरू की गई थी, लेकिन पिछली सरकार के पांच वर्षों में यह योजना बंद रही। वर्तमान में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में इस जनकल्याणकारी योजना को पुनः प्रारंभ किया गया है ताकि वरिष्ठ नागरिकों को धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त हो सके।
योजना का लाभ
इस योजना के अंतर्गत 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के श्रद्धालु तीर्थ यात्रा के पात्र हैं। यदि पति-पत्नी साथ यात्रा करना चाहें तो उनमें से एक को आयु सीमा में छूट दी जाती है।
राज्य शासन द्वारा यह योजना पूर्णतः निःशुल्क है — यात्रा के दौरान आवागमन, ठहरने और भोजन की संपूर्ण व्यवस्था सरकार द्वारा की जाती है।
इससे वरिष्ठ नागरिकों को न केवल धार्मिक संतुष्टि मिलेगी, बल्कि समाज और संस्कृति से उनका आत्मिक जुड़ाव भी सुदृढ़ होगा।
तीर्थयात्रियों की संख्या और क्षेत्रवार विवरण
- महासमुंद जनपद: 52 श्रद्धालु
- बागबाहरा: 47 श्रद्धालु
- पिथौरा: 50 श्रद्धालु
- बसना: 40 श्रद्धालु
- सरायपाली: 43 श्रद्धालु
- नगरपालिका महासमुंद: 50 श्रद्धालु
- बागबाहरा से 6, सरायपाली से 15, तुमगांव से 6, पिथौरा से 6, बसना नगर पंचायत से 5 श्रद्धालु
कुल मिलाकर 9 अनुरक्षक भी यात्रा में सम्मिलित हुए।
श्रद्धालु सुखिया ध्रुव (मचेवा), दुलारी साहू (बागबाहरा), फौज सिंह, ठाकुर दीवान, और रेखा प्रधान (पिथौरा) ने राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया और इस योजना को अपने जीवन का महत्वपूर्ण आध्यात्मिक अनुभव बताया।














