रायपुर। सद्भावना साहित्य संस्थान द्वारा रविवार को वृंदावन हॉल, रायपुर में रविवार को भव्य काव्य संध्या का आयोजन किया गया। अंचल के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे 55 से अधिक साहित्यकारों और रचनाकारों ने अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों से कार्यक्रम को जीवंत बना दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजाराम त्रिपाठी, कोंडागांव रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेश शर्मा ‘योगी’ और मंच संचालन लक्ष्मी नारायण लाहोटी ने किया।
लाहोटी मित्र मंडल द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी 55 साहित्यकारों का सम्मान किया गया। सम्मान समारोह के दौरान पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
कवियों की एक से बढ़कर एक रचनाओं पर वाह…वाह और बहुत खूब की आवाजें पूरे समय हॉल में गूंजती रहीं। साहित्य प्रेमियों ने इसे हाल के वर्षों में आयोजित सर्वश्रेष्ठ काव्य गोष्ठियों में से एक बताया।
कार्यक्रम की प्रभावशाली प्रस्तुतियों में से एक पंक्ति ने विशेष रूप से सभी का ध्यान खींचा
लिख कर मर गए, दास्तां जो जमाने की।
पढ़ कर देखना, जिंदा मिलेंगे किताबों में।
काव्य संध्या का समापन सामूहिक साहित्यिक उद्गारों और आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।














