ग्राम भ्रमण के माध्यम से समझी शासन व्यवस्था, विकास योजनाएं और सामाजिक जिम्मेदारी का महत्व
अंबिकापुर। राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, अंबिकापुर के विद्यार्थियों ने समाज से जुड़ाव और जमीनी स्तर पर शासन व्यवस्था को समझने के लिए हाल ही में ग्राम पंचायत मेंद्रा खुर्द और दरिमा का शैक्षणिक भ्रमण किया। यह भ्रमण “कम्युनिटी एंगेजमेंट एंड सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी” प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसे मुहिम फाउंडेशन और महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जा रहा है।
इस कार्यक्रम को जिला पंचायत सरगुजा का सहयोग प्राप्त हुआ। भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता, नागरिक जागरूकता और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना विकसित करना था, ताकि वे समाज की वास्तविक जरूरतों को समझ सकें और विकास प्रक्रिया में अपनी सक्रिय भूमिका निभा सकें।
भ्रमण के दौरान विद्यार्थियों ने पंचायत प्रतिनिधियों, स्वयं सहायता समूहों (SHG), आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वास्थ्य कर्मियों से संवाद किया। साथ ही उन्होंने ग्राम पंचायत भवन, आंगनवाड़ी केंद्र, शासकीय विद्यालय, स्वास्थ्य उपकेंद्र और कॉमन सर्विस सेंटर का अवलोकन कर स्थानीय शासन की कार्यप्रणाली को प्रत्यक्ष रूप से जाना।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल ने कहा कि सशक्त शासन व्यवस्था के लिए सक्रिय युवा नागरिक आवश्यक हैं। युवाओं को विकास प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहिए, क्योंकि उन्हीं के प्रयासों से गांवों का चेहरा बदल सकता है। सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूकता फैलाना और जरूरतमंदों तक सहायता पहुंचाना युवाओं का कर्तव्य होना चाहिए।
मुहिम फाउंडेशन के कार्यकारी निदेशक श्री ऋषिकेश ठाकुर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जब युवा सीधे समुदायों से जुड़ते हैं, तब वे शासन और विकास को किसी सैद्धांतिक अवधारणा के रूप में नहीं, बल्कि जीवन की सच्चाई के रूप में देखते हैं यही वास्तविक सीख है।
यह पहल महात्मा गांधी की ‘नई तालीम’ की भावना को साकार करती है — जीवन के माध्यम से शिक्षा और जीवन के लिए शिक्षा। इस अवधारणा के अनुसार शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं, बल्कि अनुभव, संबंध और जिम्मेदारी से परिपक्व होती है।
ऐसे शैक्षणिक अनुभवों के माध्यम से मुहिम फाउंडेशन और राजीव गांधी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का लक्ष्य संवेदनशील, उत्तरदायी और क्रियाशील युवाओं की ऐसी पीढ़ी तैयार करना है, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन की दिशा में अग्रणी भूमिका निभा सके।














