अंबिकापुर। जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर गुरुवार को अंबिकापुर में आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राष्ट्रपति के प्रति आभार जताते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ का सौभाग्य है कि उन्होंने हमारे निमंत्रण को स्वीकार कर कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। वे बेहद ममतामयी हैं, यह बात हमारे नक्सल पीड़ित भाइयों की मुस्कान से भी साबित होती है, जो राष्ट्रपति भवन से मिलकर लौटे थे।
सीएम साय ने कहा कि जनजातीय समाज का संघर्ष और उनकी गौरवगाथा अमर है। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 25 वर्ष पूरे होने पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि उनके दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य का गठन हुआ था। रायपुर में निर्मित जनजातीय संग्रहालय को उन्होंने समाज की समृद्ध विरासत का प्रतीक बताया।
उन्होंने कहा कि जनजाति समाज के अधिकारों को मजबूत करने के प्रयास लगातार जारी हैं। इसी कड़ी में तेंदूपत्ता का समर्थन मूल्य बढ़ाया गया है, साथ ही तेंदूपत्ता संग्राहकों को चरण पादुका प्रदान की जा रही है।
बस्तर क्षेत्र का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्षों तक नक्सलवाद ने विकास की गति को रोक रखा था, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नक्सलवाद की कमर टूट चुकी है। उन्होंने दावा किया कि नक्सलवाद अब अपनी अंतिम सांस गिन रहा है। बस्तर विकास की नई रफ्तार पकड़ रहा है। बिजली, पानी व दूरसंचार जैसी मूलभूत सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंचाई जा रही हैं।














