छत्तीसगढ़ ग्रीन समिट में खिला कला और संस्कृति का हरित संगम
रायपुर। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ स्टडीज इन फिजिकल एजुकेशन में मंगलवार को छत्तीसगढ़ ग्रीन समिट (द्वितीय संस्करण) के अंतर्गत ड्राइंग एवं पेंटिंग प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम VIBGYOR N.E. Foundation, महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल कॉलेज तथा IIT भिलाई के संयुक्त प्रयासों से आयोजित किया गया। विभिन्न महाविद्यालयों से कुल 42 प्रतिभागियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पर्यावरण और संस्कृति पर केंद्रित रचनात्मक अभिव्यक्तियाँ प्रस्तुत कीं।
प्रतियोगिता का विषय “ग्रीन छत्तीसगढ़–ग्रीन इंडिया, जनजातीय संस्कृति–पर्व एवं नायक” रखा गया था। प्रतिभागियों ने प्रकृति संरक्षण, हरित तकनीक, पारंपरिक जीवनशैली, जनजातीय परंपराएँ, क्षेत्रीय नायक और सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को अपनी कलाकृतियों में जीवंत रूप में चित्रित किया। पेंटिंग और स्केचिंग प्रतियोगिता में मैक कॉलेज की प्रतिभागी जसप्रीत कौर, तुसारिका भोई, स्वाति पेरे, प्राची अग्रवाल और स्वाति पाटले ने विशेष रूप से अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई।
कार्यक्रम में पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सच्चिदानंद शुक्ल ने उपस्थित होकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया। उन्होंने विद्यार्थियों की रचनाओं की सराहना करते हुए कहा कि “ऐसे आयोजन युवाओं में पर्यावरण संरक्षण की चेतना और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना को सुदृढ़ करते हैं। इस दौरान आयोजन के संयोजक प्रो. राजीव चौधरी और ग्रीन समिट के कोऑर्डिनेटर प्रो. केशव कांत साहू भी मौजूद रहे।
ग्रीन समिट के आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि 3 दिसंबर को रील मेकिंग और नुक्कड़ नाटक, तथा 7 दिसंबर को साइकल रैली का आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में किया जाएगा। मैक कॉलेज की प्राचार्य डॉ. जास्मीन जोशी और उप-प्राचार्य डॉ. श्वेता तिवारी ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएँ दीं।
आयोजकों के अनुसार प्रतियोगिता में चयनित उत्कृष्ट कलाकृतियों को आगामी ग्रीन समिट आयोजनों में प्रदर्शित किया जाएगा, ताकि युवा कलाकारों को व्यापक मंच मिल सके। यह प्रतियोगिता न केवल कला को प्रोत्साहित करने का माध्यम बनी, बल्कि पर्यावरण और संस्कृति के संरक्षण का सशक्त संदेश भी समाज तक पहुँचाने में सफल रही।














