अंबिकापुर । सरगुजा जिले के लखनपुर में झोलाछाप डॉक्टरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। स्थिति यह है कि लखनपुर मुख्य सड़क पर एक वेल्डिंग की दुकान को ही अस्पताल बना दिया गया है। जहां वेल्डिंग का काम करने वाले लोग खुद को डॉक्टर बताकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मरीजों को स्लाइन चढ़ाई जा रही है, इंजेक्शन लगाए जा रहे हैं और गंभीर बीमारियों का भी इलाज किया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि यह फर्जी क्लिनिक स्थानीय विधायक आवास के ठीक पास संचालित हो रहा है।
फर्जी डॉक्टरों की करतूत का वीडियो अब सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वेल्डिंग दुकान के अंदर मरीजों को स्लाइन चढ़ाते और इंजेक्शन लगाते हुए देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि आसपास के कई गांवों से लोग यहां इलाज के लिए पहुंचते हैं। जब मरीज की हालत ज्यादा बिगड़ जाती है, तो उन्हें सरकारी अस्पताल भेज दिया जाता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पूरी तरह लापरवाह हैं। विभागीय सूत्रों के मुताबिक, जब टीम कार्रवाई के लिए पहुंचती है, तो नेताओं के फोन आने लगते हैं, जिसके चलते अधिकारी लौट जाते हैं। इस कारण झोलाछाप डॉक्टरों के हौसले बुलंद हैं और मरीजों की जिंदगी लगातार खतरे में पड़ी हुई है।
टीम मौके पर पहुंची, तो तीन कमरों के इस फर्जी क्लिनिक में दो लोग मरीजों की जांच करते नजर आए। यहां अवैध रूप से ब्लड सैंपल लेकर जांच की जा रही थी। पूछताछ में मौके पर मौजूद व्यक्ति ने खुद को वेल्डिंग दुकान संचालक बताया, लेकिन वह बीपी जांच करता मिला। थोड़ी देर बाद एक व्यक्ति पहुंचा, जिसके बारे में बताया गया कि वह “डॉक्टर गौहर अली” हैं। जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने माना कि वे डॉक्टर नहीं हैं, बल्कि पैरामेडिकल कोर्स किए हुए हैं।
अब सवाल यह है कि बिना रजिस्ट्रेशन, बिना योग्य डॉक्टर के अनुमति लिए कोई व्यक्ति कैसे मरीजों को भर्ती कर इलाज कर सकता है? आखिर स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय जनप्रतिनिधि इस पूरे मामले पर चुप क्यों हैं?
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि फर्जी डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में किसी मरीज की जान से खिलवाड़ न हो सके।














